वो आत्मा का प्रतिविम्ब गहरा है ........!!
मेरी हर बात का ......., उन्हे ख्याल रहता है ........!!
हर आंसू और हसी का......., हिसाब रहता है ........!!
पूजती हुँ मैं उन्हे ......., वो मन मंदिर में रहता है ........!!
मैं चुप से खो गई उनमे......., वो मुझ को ढूँढा करता है ........!!
वो मेरी सांस है ......., मुझी में सांस लेते है ........!!
मैं उनकी ज़िन्दगी ......., वो ज़िन्दगी के साथ रहता है ........!!
ये कैसा दौर है......., कहाँ आ कर ये वक्त ठहरा है ........!!
उन्ही की बात है......., हर बात पर बस उनका पहरा है ........!!
मैं उनकी आत्मा ......., वो आत्मा का प्रतिविम्ब गहरा है ........!!
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