आरजू
नाकाम सी कोशिश किया करते हैं,
हम हैं की उनसे प्यार किया करते हैं !
खुदा ने तक़दीर में एक टुटा तारा नही लिखा ,
और हम हैं की चाँद की किया करते हैं !!
हिंदी साहित्य |
Visit this group |
© Blogger templates Psi by Ourblogtemplates.com 2008
Back to TOP
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें