कभी आये तो हल्का सा इशारा देना
कभी आये तो हल्का सा इशारा देना
कभी नजरो , कभी बाहों का किनारा देना।
मैं अगर डूब के बहु तो सहारा देना ॥
तेरे उल्फत मैं मुकम्मल हु हर पहलु से ।
मुझे दर्द भी देना तो सारा देना॥
मैं तुझे दर्द के समंदर मैं सहारा दूंगी ।
तू मुझे हिज़र के तुफा मैं सितारा देना॥
मैं तेरे याद के साये मैं कही रहती हु।
कभी आये तो हल्का सा इशारा देना ॥
कभी आये तो हल्का सा इशारा देना .....
कभी आये तो हल्का सा इशारा देना ......
1 टिप्पणियाँ:
wah bahut badiya haa sabhi rachnaye bahut aachi haa.............
keep writing...........
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