वो
लबो पे हर्फ़ का कोई सवाल रखता था ....
कभी वो ज़ब्त मे इतना कमल रखता था !!
ख़बर क्या थी मुझे ही भूल जायगा .................
एक एक चीज वो मेरी संभल रखता था !!
बिछड़ते वक्त भी वो ज़ाहिर कुछ नही बोला ..............
मगर निगाहों में सो सो सवाल रखता था !!
वो मुस्कुरा कर भुत देर चुप रहा .....!!
हसी की ओत में को मलाल रखता था !!!!
लबो पे हर्फ़ का कोई सवाल रखता था..........
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