बेवफाई ही आप की फतरत है
हर तरफ देखिए कितनी मसरूफियत है।
हर सक्श की अपनी एक मुसीबत है ।।
राहे जिन्दगी में मिल तो जाता है सब कुछ ।
बस अपने ही लिये नही मिलती फुरसत है । ।
इस भाग दौड़ भारी ज़िन्दगी में ।
हर किसी को सब भूल जाने की बुरी आदत है । ।
मेरे कोई बात संजिदगी से न लेना ।
वेवक्त मजाक करना तो मेरी आदत है । ।
जानते है सब भूल बैठे है हमे ।
पर सब को याद रखना ही मेरी फतरत है । ।
ज़िन्दगी कट रही है रफ्ता रफ्ता ।
पर मेरी शायरी ही मेरी दौलत है । ।
आज कहते है कि बस अपने लिये ही जीते है ।
बस तुझे याद करना ही मेरी कुर्बत है । ।
जाने क्यों आप पर भरोसा हो चला है ।
जब कि हम जानते है कि बेवफाई ही आप की फतरत है । ।
10 टिप्पणियाँ:
बहुत ख़ूबसूरत ग़ज़ल है
---
चाँद, बादल और शाम
राहे जिन्दगी में मिल तो जाता है सब कुछ ।
बस अपने ही लिये नही मिलती फुरसत है । ।
bahut khoob
जाने क्यों आप पर भरोसा हो चला है ।
जब कि हम जानते है कि बेवफाई ही आप की फतरत है । ।
बहुत ही सुंदर ग़ज़ल लिखी है, आपने...
अभिवादन स्वीकारें...
मीत
aapki likhi kuch lines to aisi lagi jaise bahut dino se humari zubaan se nikalne ki firaq mein thi bas kahin beech mein atki huyi thi. ye ek khoobsurat gazal hai aapki...
nice gazal abhivykti!!!!
keep it up!!!!
ज़िन्दगी के सच को शबदो में बयां किया हैं आपने, और आगे भी करते रहना
insan की सोच उसके vyaktitv का पता deti है laikain सिर्फ तब जब वो vechar वो सोच shabdon का sahara लेकर insan के दिल से nikle और samne vale के दिल को अपने qabze में ले ले laiakin ये सब तक mumkin है जब ये दिल से nikalne vale शब्द sachai के साथ hon ऐसी sachai जो किसी dvesh और bhedbhav के buniyad पर न हो jsike bad बेvafai का khyal takj न हो
पूरी ही ग़ज़ल लाजवाब है............
मेरे कोई बात संजिदगी से न लेना ।
वेवक्त मजाक करना तो मेरी आदत है । ।
ऐसी ही आदतें इंसान को हंसमुख बनाती हैं...........मजाक खुश रहने वाला ही कर सकता है
जानते है सब भूल बैठे है हमे ।
पर सब को याद रखना ही मेरी फतरत है । ।
बहूत ही अच्छी फितरत है........यादें इंसान का संबल होती हैं...........
bewajah majak karna meri aadat hai ..
bhai bade majakiye ho :)
bewafayi par achchha likha hai
एक टिप्पणी भेजें