कदम उठाने से पहले
सोच समझ लेना कदम उठाने से पहले....
कहीं खो न जाओ मंज़िल आने से पहले....
मुखलिस दोस्त से महरूम हो न जाओ कहीं....
ये सोच लेना उसे आज़माने से पहले....
तुम्हारे सीने में भी दहकता है एक दिल....
ये सोच लेना किसी का दिल दुखने से पहले....
उमर भर कौन किस के लिये रोता है....
लोग सिर्फ आंसू बहते है दफ़नाने से पहले....!!
5 टिप्पणियाँ:
क्या बात है !
लोग सिर्फ आँसू बहते हैं दफनाने से पहले ...क्या खूब लिखा है
मेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति
बहुत खूब । जोरदार रही यह रचना । सभी पंक्तियां लाजवाब लगी ।
बहुत बढिया ...
bahut khoob poori rachna sarahniya. badhai
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